मरने से ठीक पहले याद आते हैं सब रिश्ते नाते पुराने, जिनसे बात किये

Q. मरने से ठीक पहले याद आते हैं सब रिश्ते नाते पुराने, जिनसे बात किये बीत गए थे ज़माने

  1. मरने से ठीक पहले इंसान बस जीना सीख ही रहा होता है, पर | तभी ज़िंदगी का दामन छूट रहा होता है
  2. मरने से ठीक पहले दिल चाहता है अपनों को जीभर के देखना, | कभी न ख़त्म हो इतनी बातें कर लेना |
  3. मरने से ठीक पहले याद आता है माँ बाप की गोद में बीता हुआ बचपन , कैसे परिवार की जिम्मेदारियों में
    उम्र हो गयी तीस से पचपन |
  4. मरने से ठीक पहले याद आता है जिंदगी का हर वो छोटा बड़ा किस्सा , जिसका जाने अनजाने अपने बेगाने बन गए थे हिस्सा
  5. interesting fact – मकड़ी अपने जाल में खुद क्यों नहीं चिपकती ?
  6. मरने से ठीक पहले याद आती है न्मभूमि , अपने हाथों से लगाया पेड़ और बचपन वाला पुराना घर , वो साइकिल पर पीछे बैठे बचपन के साथी के साथ पूरे किये गए लम्बे लम्बे सफ़र
  7. मरने से ठीक पहले लगता है कि काश ऊपरवाला थोड़ा सा क़्त और देता , जिन जिन का दिल दुखाया
    है उनसे मिलकर माफ़ी मांग लेता
  8. मरने से ठीक पहले होने लगता है अपनों को कभी न देख | पाने का गम , अब विदा लेने का क़्त आ | गया ये सोचकर हो जाती हैं आँखें नम

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