हिंदी न्यूज़, बंगाल चुनाव को लेकर गृहमंत्री अमित शाह का बड़ा दावा,

Exclusive Interview बंगाल चुनाव को लेकर गृहमंत्री अमित शाह का बड़ा दावा, कहा- अब तो लोगों को हमारी जीत पर यकीन है |

गृहमंत्री अमित शाह का विशेष साक्षात्कार (फाइल फोटो)

अमित शाह कहते हैं बंगाल में जनता दीदी से ऊब चुकी है जबकि कांग्रेस के लिए ना असम में कुछ बचा है और ना ही बंगाल में। बंगाल में ध्रुवीकरण के आरोप से लेकर असम में विकास की गाथा तक उन्होंने कई अहम बिंदुओं पर विस्तार से अपनी बात रखी।

– बंगाल में आप 200 सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं। जमीनी स्तर पर भाजपा के पास संगठन के अभाव में यह कैसे संभव होगा?

लोकसभा चुनाव में हम 18 सीटें जीते और तीन सीटें हम 5000 से कम के अंतर से हारे। वह भी तब जब लोगों के मन में आशंका थी कि भाजपा जीत सकती है या नहीं। अब तो लोगों को भाजपा की जीत पर यकीन है। आज की तारीख में 85 फीसद बूथों पर हमारा संगठन बन चुका है।

 – देखा गया है कि भाजपा को लोकसभा चुनाव की तुलना में कम वोट मिलते हैं। फिर जीत का दावा किस आधार पर कर रहे हैं?

मोदी जी ने बंगाल के विकास का जो विजन रखा है, मैं मानता हूं कि वहां की जनता इसको स्वीकार करेगी। लोकसभा चुनाव के बाद हमारी स्थिति मजबूत हुई है, कमजोर नहीं हुई है। आधी टीएमसी तो पार्टी छोड़कर चली गई है।

-टीएमसी आप पर चुनाव में धार्मिक ध्रुवीकरण करने का आरोप लगा रही है?

जनता के मन में जो मुद्दे हैं यदि उन्हें उठाना धार्मिक ध्रुवीकरण है तो यह धार्मिक ध्रुवीकरण की नई परिभाषा सुन रहे हैं। हम कह रहे हैं कि दुर्गा पूजा बेरोकटोक होनी चाहिए। इसमें किसी को क्या आपत्ति हो सकती है। आपने क्यों रोका? क्या वह ध्रुवीकरण नहीं था? हम कह रहे हैं कि सरस्वती पूजा होनी चाहिए। क्यों रोकी आपने? क्या वह ध्रुवीकरण नहीं था। कोई रमजान मनाये, हमें कहां आपत्ति है। कोई क्रिसमस भी मनाए, हमें कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन, दुर्गा पूजा और सरस्वती पूजा पर तो रोक नहीं लगा सकते।

 – बंगाल के घोषणापत्र में आपने सीएए लागू करने का वादा किया है, लेकिन असम में पार्टी का कोई स्पष्ट रुख नहीं है?

सीएए देश का कानून है।

 – ममता बनर्जी तो यहां तक कह रही हैं कि वह प्रधानमंत्री मोदी का चेहरा तक नहीं देखना चाहती हैं।

यह तो दीदी पर निर्भर करता है, पर बंगाल की जनता मोदी जी को देखना चाहती है। इसीलिए उनकी सभाओं में लाखों की संख्या में भीड़ उमड़ती है।

 -बंगाल में भाजपा और टीएमसी दोनों के घोषणापत्र में महिलाओं को विशेष जगह दी गई है। दोनों पार्टियां महिला मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए लड़ रही हैं?

लड़ नहीं रहे हैं, महिला मतदाता हमारे साथ हैं। वह सबसे अधिक प्रताड़ित हैं। देश में महिलाओं पर सबसे अधिक अत्याचार जिन राज्यों में हुआ है, उनमें एक बंगाल भी है।

 – आपने बंगाल में सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 फीसद आरक्षण देने का वादा किया है। क्या इसे आप अन्य राज्यों में भी दोहराएंगे?

दूसरे राज्यों में जब चुनाव आएगा तब देखेंगे। यह एक रणनीतिक फैसला इसलिए भी है, क्योंकि बंगाल में महिलाओं की उपेक्षा सौ फीसद की गई है। जो गैप बन गया है, उसे तो भरना ही पड़ेगा।

 – टीएमसी के कार्यकर्ताओं पर हिंसा करने के आरोप लगते रहे हैं। इससे कैसे निपटेंगे?

सरकारें जब बदलती हैं तो इसकी भनक सबसे पहले गुंडों और पुलिस को लगती है। जब सरकार बदलने लगती है तो कोई भी आनेवाली सरकार के खिलाफ हिंसा नहीं करता है। देखिएगा शांत तरीके से चुनाव होने वाला है।

 -भाजपा में टीएमसी से आए लोगों को बड़ी संख्या में टिकट देने के कारण भाजपा के पुराने कार्यकर्ता नाराज हैं और एक-दो जगहों पर उम्मीदवार भी बदलने पड़े हैं। चुनाव पर इसका क्या प्रभाव पडे़गा?

हो सकता है, पर मना लेंगे। हमारे घर का मामला है। हमारी अनुशासित कैडर आधारित पार्टी है। इसका जरा भी प्रभाव नहीं पड़ेगा। यह चुनाव बंगाल की जनता का चुनाव है। हमारा कैडर हमारे साथ है और एकजुट होकर बंगाल में परिवर्तन के लिए हम काम करेंगे।

 -असम में कांग्रेस और एआइयूडीएफ के बीच गठबंधन है। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में सीएए लागू नहीं करने का एलान किया है?

घुसपैठ असम की बड़ी समस्या रही है और यह साफ है कि बदरुद्दीन अजमल के साथ रहकर आप घुसपैठ रोक नहीं सकते। मैं मानता हूं कि असम में हमारी विजय का कारण ही कांग्रेस का गठबंधन है।

 – कांग्रेस आरोप लगा रही है कि पिछले पांच साल में असम का विकास नहीं हुआ और भाजपा सिर्फ वोटों के ध्रुवीकरण के आधार पर चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है?

पांच साल में 2000 से ज्यादा सशस्त्र उग्रवादी हथियार छोड़कर मुख्यधारा में आए हैं। हम उनका पुनर्वास भी कर रहे हैं। एक समय असम में आंदोलन, कर्फ्यू, आतंकवाद, हत्याएं आए दिन होती थीं। आज पांच साल से असम में शांति है और प्रदेश विकास के रास्ते पर चल पड़ा है। पिछले 60 साल में असम में जो नहीं हुआ, मोदी जी के नेतृत्व में हमने वह कर दिखाया है। आतंकवाद मुक्त असम, घुसपैठिया मुक्त असम बना दिया है और अब हम असम को बाढ़ मुक्त भी बनाने जा रहे हैं। ब्रह्मपुत्र पर पांच पुल बनाए गए हैं, 20 हजार किलोमीटर सड़क बनाई गई हैं। बड़ी संख्या में अस्पताल खोले गए हैं, नेशनल इंस्टीट्यूट आफ डिजाइन को यहां लाया गया है।

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