By Dayanand Sir, दूसरों के अकेलेपन का मजाक उडाने वालों, जरा ये बताओ

दूसरों के अकेलेपन का मजाक उडाने वालों, जरा ये बताओ जिस भीड़ मे तुम खड़े हो वहाँ तुम्हारा अपना कौन है?

  • मैंने हिसाब में रहने वाले लोगों को बेहिसाब होते देखा है, मैंने लोगों को बदलते नहीं बे-नकाब होते देखा है I
  • कल रात मैंने भगवान से मांगा की सारी फेक चीजें मेरी जिंदगी से हटा दो अब मुझे मेरे abibas के जूते नही मिल रहे।
  • मंजिल पे पहुँचकर लिखूंगा मैं इन रास्तों की मुश्किलों का जिक्र, अभी तो बस आगे बढ़ने से ही फुरसत नही.
  • कुछ र्द लाजवाब है, कुछ हम भी बेमिसाल है दुनिया दिखावा चाहती है, ले अंदर से हाबेहाल है

अपने लक्ष्य के लिए जोशीले और जुनूनी बनिए, विश्वास रखिए, परिश्रम का फल सफलता ही है।

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