Hindi Poetry (हिंदी शायरी) पता चला है लाखो दिल तोड़े है तूने, एक बार

Hindi Poetry (हिंदी शायरी) ता चला है लाखो दिल तोड़े है तूने
एक बार तुझसे लगाकर अपना दिल तोड़ लूंगा मैं
तू चाह कर भी धोखा नहीं दे पाएगी
तुझे अपनी परछाई की तरह खुदसे जोड़ लूंगा मैं
सुना है बड़ी शातिर कातिल हो तुम
सामने तो आओ तेरे दुप्पटे का कफन ढ़ लूंगा मैं
तेरे शहर के लोग जहर बताते है तेरे लबों को
हद से गुजरा तो इनका कतरा कतरा निचोड़ लूंगा मैं ।

CHAIRMAN amp; MANAGING DIRECTOR

र जुनून है सर पर तेरे और अंतर में हो विश्वास,
फिर ठोकर और ठुकराने का होगा कहां तुम्हें हसास.
कसद में सच्चाई है तो सीना ठोक के यही कहो,
झुकना होगा दुनिया तुमको विश्वास पर अपने ड़े रहो.
ड़े रहो, अड़े रहो, अड़े रहो…
दुनिया बदली है जिसने भी पहले उसको इंकार मिला,
अपमानों का हार मिला और तानों का पहार मिला.
र श्वास में विश्वास भरो लहरों के विपरीत बहो,
हाथों में विजय मशाल लिए. विश्वास पे अपने ड़े रहो.
ड़े रहो, अड़े रहो, अड़े रहो…  

By Miss Pushpa Rani

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