Life Quotes – पन्नों पर एक कातिल, दीवानी लिखी जाए, फिर दिन बेवफा

Life Quotes –

पन्नों पर एक कातिल, दीवानी लिखी जाए
फिर दिन बेवफा रात, सुहानी लिखी जाए

उसमे बस बेवफ़ाओं के, ज़ुल्मो सितम हो
इतिहास में कोई ऐसी, कहानी लिखी जाए

मैं करता रहूं वफा, वो करती रहे बेवफाई
मेरी उससे दुश्मनी, खानदानी लिखी जाए

यूं ही सिलसिला चलता रहे, मोहब्बत का
आया हो बुढ़ापा और, जवानी लिखी जाए

यहां पे कुछ ऐसे हो जाए, उसूल जमाने के
ईमानदारी तो हो, पर बेईमानी लिखी जाए

वो बराबर मारते रहे खंजर, पीठ पर हमारे
वो करे मन की, और मनमानी लिखी जाए

हम बोहुत हैरान हैं उनके,चेहरे को देखकर
हम जितने हैं उतनी ही, हैरानी लिखी जाए

बच्चों की तरह कर रहे हैं, ज़िद मोहब्बत की
लास्ट बनने पर हमारी शैतानी लिखी जाए

CHAIRMAN amp; MANAGING DIRECTOR

सीखी है उसने मोहब्बत मुझ से
जिससे भी करेगी, कमाल करेगी

यहाँ हर कोई रखता है ख़बर ग़ैरों के गुनाहों की,
अजब फितरत हैं, कोई आइना नहीं रखता।

By Dayanand Sir Alias Deepak Sir

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