Hindi Poetry (हिंदी शायरी) उससे कह दो की मेरी सज़ा कुछ कम कर दे, हम पेशे से मुज़रिम नहीं हैं, बस गलती से इश्क हुआ था । लगा कर आग…
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Hindi Poetry – हिंदी शायरी – जरा कह दो जा कर इन गरीब लोगो से, जो करोड़ो
Hindi Poetry – हिंदी शायरी जरा कह दो जा कर इन गरीब लोगो से, जो करोड़ो अरबों का कारोबार करते है | हमारी अमीरी, दिलों से नापी जाती है, वो…