Hindi Poem कौन कहता है कि बुने हुए ख्वाब सच्चे नहीं होते, मंजिलें उन्हीं को नहीं मिलती जिनके इरादे अच्छे नहीं होते, रूखी-सूखी रोटी और धक्के तो बहुत खाए हैं…
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My Lifeline कौन कहता है कि बुने हुए ख्वाब सच्चे नहीं होते, मंजिलें उन्हीं को
My Lifeline कौन कहता है कि बुने हुए ख्वाब सच्चे नहीं होते, मंजिलें उन्हीं को नहीं मिलती जिनके इरादे अच्छे नहीं होते, रूखी-सूखी रोटी और धक्के तो बहुत खाए हैं…
Hindi Poem कौन कहता है कि बुने हुए ख्वाब सच्चे नहीं होते, मंजिलें उन्हीं
Hindi Poem कौन कहता है कि बुने हुए ख्वाब सच्चे नहीं होते, मंजिलें उन्हीं को नहीं मिलती जिनके इरादे अच्छे नहीं होते, रूखी-सूखी रोटी और धक्के तो बहुत खाए हैं…