Hate Story in my life Love Story Moral घर घर की कहानी

nbsp;* nbsp;Hate Story in my life nbsp;Love even after marriage

एक गांव का लड़का था जिसका नाम था दीपक, उसकी शादी पुष्पा से हो गया था और एक nbsp; बेटा भी था | जिसका नाम था आदित्य राज |

मगर दीपक अपनी बीवी तथा बेटे से बहुत प्यार करता था | nbsp; सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था फिर अचानक उसके लाइफ में एक लड़की इंट्री ली | आगे क्या होता है इसके बारे में पढ़ते रहें | दीपक यस बैंक में काम करता था और उसी बैंक के पास उस nbsp; लड़की का घर था | और वो लड़की उसके बैंक के रास्ते से गुजरा करती थी, nbsp; एक दिन अचानक हो लड़के उस बैंक में पैसे भेजने जाती है, nbsp; तो दीपक पैसे भेज कर उस लड़की का मोबाइल नंबर भी नोट कर लेता है क्योंकि उस दिन nbsp; बैंक के लिंक में कुछ गड़बड़ी था | nbsp;

फिर क्या था दीपक उस लड़की का नंबर अपने मोबाइल में सेव कर लिया, और nbsp; और जब व्हाट्सएप चला रहा था तो उसने अचानक देखा कि उस लड़की का भी नंबर से व्हाट्सएप बना हुआ है, फिर वह कुछ देर सोचने के बाद उस नंबर पर हेलो लिखकर भेज दिया और उस nbsp; वक्त तो कोई रिप्लाई नहीं आया, फिर हुआ वह लड़का सुबह nbsp; उसी नंबर पर गुड मॉर्निंग का फोटो भेज दिया | nbsp; फिर कुछ देर बाद और लड़की भी गुड मॉर्निंग भेजती है और कहती है कि मेरा पैसा चल गया है, लड़का बोलता है हां चल गया है, फिर धीरे-धीरे बात आगे बढ़ते गए और कुछ देर तक चैटिंग के बाद nbsp; पुन nbsp; शाम में nbsp; हेलो देखकर लड़का फिर से वापस चैटिंग पर लग गया, और वह लड़की भी पूछने लगी कि आप क्या करते हैं किस क्लास में पढ़ते हैं,

लड़का उस लड़की को सब कुछ सही सही बता देता है और यह भी कहता है कि मेरा शादी भी हो गया है और मेरे 1 बच्चे भी हैं, nbsp; फिर भी लड़की उस लड़के से बात करने के लिए बोल रही थी | तो लड़का धीरे-धीरे उससे बात करने लगा, और यह बात आगे तक बढ़ गई, दीपक बैंक में काम करने से पहले टीचर था और उसे पढ़ाने में भी काफी मन लगता था तो 1 दिन उस लड़की बोली कि क्यों ना पार्ट टाइम है आप फिर से कोचिंग स्टार्ट करते हैं, दीपक उस लड़की का बात मान nbsp; गया, और उसी के nbsp; घर में एक रूम लेकर उसे और nbsp; बाहरी बच्चों को पढ़ाने लगा |

फिर क्या था उसके आसपास वाले दीपक को nbsp; उसके घर जाते हुए देख कर बहुत जलते थे | और पड़ोस वाले तो पड़ोस वाले ही होते हैं, पड़ोस वाले अगर कोई भूखे मरता है तो उसे इतनी खुशी नहीं होती, जितना किसी को मजाक उड़ाने में खुशी मिलती है, क्योंकि गांव के लोग खासकर महिलाएं ज्यादातर अनपढ़ – गवार होते हैं, वह सिर्फ अपनी बेटी, बहू को अपना मानते हैं, और दूसरे के बेटी,बहू को nbsp; गंदी नजर से देखते हैं और nbsp; उसका मजाक उड़ाते हैं|

गांव में एकता होने के बावजूद भी गांव के लोगों का पिछड़ापन के कारण उसकी सोच है, और इसे भारतीय सरकार को भी nbsp; इस सोच को बदलने के लिए काम करना चाहिए |

अब 2024 ईस्वी के बाद धीरे धीरे गांव की महिलाओं एवं पुरुषों में बदलाव होने लगा है और उसका सोच भी विकसित हो रहा है, लगभग 2050 तक गांव के लोग भी पूर्ण विकसित हो जाएंगे, और वहां के लोग भी बड़े-बड़े इंडस्ट्री और रोजगार के लिए nbsp; आत्मानिर्भर होंगे | nbsp; गांव में एकता होने के बावजूद भी गांव के लोगों का पिछड़ापन के कारण उसकी सोच है, और इसे भारतीय सरकार को भी nbsp; इस सोच को बदलने के लिए काम करना चाहिए |




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