upsc_motivation_Poetry कोशिश कर, हल निकलेगा, आज नही तो, कल

upsc_motivation_Poetry कोशिश कर , ल निकलेगा,
ज नही तो, ल निकलेगा।
र्जुन सा लक्ष्य रख, निशाना लगा,
रुस्थल से भी फिर, ल निकलेगा।
मेहनत कर, पौधों को पानी दे,
बंजर में भी फिर, ल निकलेगा।
ताक़त जुटा, हिम्मत को आग दे,
फौलाद का भी, ल निकलेगा।
सीने में उम्मीदों को, ज़िंदा रख,
समन्दर से भी, गंगाजल निकलेगा।
कोशिशें जारी रख, कुछ कर ग़ुज़रने की,
जो कुछ थमा-थमा है, ल निकलेगा।
कोशिश कर, ल निकलेगा,
ज नहीं तो, ल निकलगा।…

My Lifeline कौन कहता है कि बुने हुए ख्वाब सच्चे नहीं होते, मंजिलें उन्हीं को

By Dyanand Sir Alias Deepak Sir

Posts by category

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *